‘बुन्देली झलक’ समय-समय पर बुन्देलखण्ड के ज़िला और मंडल स्तर से लेकर राज्य स्तर पर होने वाले महोत्सव/ लोकोत्सव मे लोक कलाकारों की सहभागिता अधिक हो साथ ही अन्य प्रदेशों के लोक कलाकारों को आमंत्रित किया जायगा, ताकि सामाजिक समरसता मे बृद्धि हो।
बुंदेलखंड के परंपरागतलोक गीत, लोक नृत्य एवं खान-पान, रहन-सहन पर आधारित कार्यक्रमों का प्रदर्शन राष्ट्रीय स्तर पर करवाना ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग इस संस्कृति से परिचित हो सकें ।
लोक खेल उत्सव, लोक भोजन उत्सव, लोक धार्मिक उत्सव का आयोजन करना।
समय-समय पर लोक कलाकारों को क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय मंच प्रदान करने की कोशिश करना तकि देश के अन्य शहरों एवं लोगों से कला और कलाकार रूबरू हो सकें।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम आयोजित करना।
नृत्य, कविता पाठ, गायन, लेखन प्रतियोगिता आदि का आयोजन करना।
लोक वाद्यों, लोक वेशभूषा एवं आभूषणों का संरक्षण कर प्रदर्शनी ।
लोक संस्कृति और विरासत के लिए अनुसंधान उन्मुख परियोजनाओं, कार्यशालाओं, का आयोजन करना।
लोक संस्कृति और विरासत के लिए समाज में जागरूकता, एकता एवं सद्भाव पैदा करना।
सांस्कृतिक विरासत को सामाजिक, शैक्षिक एवं स्मारकीय स्तर पर सुधार के प्रयास करना।
समाज में सामाजिक-सांस्कृतिक जागरूकता लाने के लिए। सांस्कृतिक क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देना ।
ग्रामीण पर्यटन के द्वारा पारंपरिक शिल्प की प्रदर्शनी एवं निर्यात करना ।
यह संस्था विशुद्ध रूप सेगैर-लाभकारी संगठन होगा। उद्देश्य केवल संस्कृति और विरासत से संबंधित समाज सेवा है।